दुनिया में भारतीयों का दबदबा बढ़ रहा है. इसका उदाहरण है दिग्गज कंपनियों की कमान भारतीय मूल के CEO थामे हुए हैं.
दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल (Google) की पैरेंट कंपनी Alphabet के सीईओ भारतीय मूल के सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) हैं.
दूसरा नाम आता है माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) का इसकी कमान सत्या नाडेला (Satya Nadella) के हाथ है.
यूट्यूब के सीईओ (YouTube CEO) भी भारतीय मूल के हैं और इनका नाम नील मोहन (Neal Mohan) है.
भारतवंशी शांतनु नारायण (Shantanu Narayen) साल 2007 से ही एडोब (Adobe) का सीईओ पद संभाल रहे हैं.
इसके बाद नाम आता है अजय बांगा (Ajay Banga) का, जो कि वर्ल्ड बैंक (World Bank) के 14वें अध्यक्ष हैं.
टेक दिग्गज आईबीएम (IBM) के सीईओ और चेयरमैन अरविंद कृष्णा (Arvind Krishna) हैं और 2020 से जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.
दिग्गज अमेरिकन कंपनी अल्बर्टसंस (Albertsons) की बागडोर भी भारतीय विवेक शंकरन (Vivek Sankaran) के हाथ में है.
स्टारबक्स (Starbucks) के नाम से तो लगभग सभी परिचित हैं, इस कॉफी चेन की कमान इसी साल भारतीय मूल के लक्ष्मन नरसिम्हन (Laxman Narasimhan) के हाथ आई है.
अमेरिकी कंपनी हनीवेल (Honeywell) के सीईओ विमल कपूर (Vimal Kapur) है, जो 1 जून 2023 को इस पद पर पदस्थ हुए हैं.
दुनिया की सबसे बड़ी फॉर्मास्यिुटिकल कंपनी Novartis में भी भारतीय के आदेश चल रहे हैं, इसकी कमान Vasant Narasimhan के हाथ है.